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राजनैतिक प्रणाली में सुधार, टोटल बकवास

अघोरेभ्योथघोरेभ्
अघोरेभ्योथघोरेभ्
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मैं तो प्राचीन भारत का मतवाला हूँ|पुरातनपंथी, पोंगापंथी, रूढ़िवादी कुछ भी कहो..मैं सुधरने वाला नहीं हूँ|चना चबेना गंगजल, जो पुरवे करतार, काशी कबहू न छोडिये, विश्वनाथ दरबार|अब तुम मुझे कुँए का मेढक भी कह सकते हो|वैसे भी तुम्हारी आधुनिकाएं बदन उघारने में स्वतंत्रता और तुमारे आधुनिक सिगरेट के छल्ले और बकरदाढ़ी में खीस निपोरते हुए पंडित जी की चुंडी को रोजे महिमा मंडित किया करते है|अबकी मेरी पारी…जी भरकर गरियाउंगा गुरु|अच्छन लगे तो वाह वाह करियो नाही तो..अपना का बिगड़ीये रजा?
वैसे भी जुम्मन मियां ने अपना फतवा सुना ही दिया है..मुलायम नकली मुसलमान हैं…बेहतर होगा की कलमा पढ़कर मुसलमान बन जाएँ|नहीं तो…?इ ससुरा नहीं तो भारतीय लोकतंत्र से चिपक गवा लगता है|पीछा नहीं छोड़ेगा गुरु|फिर क्या..राईट टू रिजेक्ट लाओ न|अमा तू रिजेक्ट करियो और हम एक्सेप्ट करूँगा|नारे तकबीर…अल्लाह हो अकबर|इब का करोगे?

चलो बीच वाला रास्ता निकालता हूँ|एकदम झकास भगवान् बुद्ध की स्टाइल में…बुद्धं शरणं गच्छामि..मध्य मार्ग|राईट टू रिकाल…देख भैये…अपने को अंग्रेजी नहीं आती..खालिस हिंदी में बात करो न..इ राईट टू रिकाल कहीं राईट टू निकाल तो नहीं?यह भी ठीक है…अपनी सोनिया मौसी ने भी तो यही काम किया था..सीताराम केशरी को राईट टू निकाल दिया|मरता क्या न करता?बेचारे कक्का को पैखाने की शरण लेनी पड़ी|

अब इ तो बहुते ज्यादती है न..कोई करोड़ों रूपया खर्च करके सांसद और विधायक बने|अद्धाऔर पौव्वा पिलाए और जनता बीचे में राईट टू निकाल दे|आखिर माननीयों की भी कुछ इज्जत है की नहीं|न्यायलय कहता है की बूटा  को धकिया कर निकाल दो|टीम अन्ना कहता हैं की यह अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है|रामदेव कहते हैं की हमें आजादी मिली ही नहीं|अमा तो क्या मिला है बे?तुम्हारे शीर्षासन करने से देश आजाद हुआ?या फिर प्राणों की भ्रस्त्रिका चला कर गांधी बाबा ने अंग्रेजों को भगाया?देख अब तू यह उलटी पट्टी पढाना बंद कर|अपुन की जो मर्जी होगी सो करेगा|तू तो है ही रुढ़िवादी|अपुन टू जी करे, थ्री जी करे, फोर जी करे…तुझसे मतलब|अपुन तो अपनी तम्मना पूरी ही करेगा…तू अपनी तम्मना अपने पास रख|
कमबख्त ठेठ पाकिस्तानी आतंकवादियों की तरह जब देखो तब भगवा पहने रहता है…उ ई ई ई ई ई ई….बड़ी भरी गलती हो गयी लगती है|अपुन सलमान रुश्दी को तो भूल ही गया|
चल चुनाव सुधार चुनाव सुधार खेलते हैं|तू भगवा पहनना मैं तुम्हे गरियाऊंगा और मैं हरा पहनता हूँ …तू अपुन को गरियाना|तू कहना वेदों में मन्त्र पढ़ कर चुनाव होता था अपुन कहेगा कुरआन में कलमा पढ़ कर चुनाव होता है|

अपने राहुल  बाबा का स्टेटमेंट सुना हैं न क्या गजब का छक्का मारा है|एक झटके में अन्ना चन्ना सब फेल|इब उमा भारती जबाव दे की मध्य प्रदेश से वीजा लेकर आई है या उत्तर प्रदेश में परमानेंट रहने का इरादा है|इब चिल्लाओ इटली इटली|भाई उनकी अम्मा सर पर पल्लू रख कर भारतीय संस्कार दिखाती है की नहीं?अब तुम्ही बताओ राईट तू निकाल करोगे?मैं तो कहता हूँ की सभी हिन्दुस्तानियों को इटली से दहेज़ की मांग करनी चाहिए और निःसंकोच मुंह दिखाई देना चाहिए|क्यों यह भारतीय संस्कार नहीं क्या भगवाधारी?
देख भैये…संघ ने मुसलमानों की नौकरियाँ खाई हैं, संघ लोक सेवा आयोग में संघ वाले, चुनाव आयोग में संघ वाले, सेना में संघ वाले, न्यायपालिका में संघ वाले..इधर उधर जिधरदेखो कमबख्त हाफपैंटीये ही नजर आते हैं…त्वदीयाय कार्याय बद्धाः कटियम…अपना तो बरधा काटेंगे और दूसरों को उपदेश देंगे..गाय हमारी माता है..|इब तो दिग्विजयवा पर भी शक होने लगा है की कहीं यह भी संघ का एक मुखौटा तो नहीं?
इतने दिनों तक सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा वाले हेमा मालिनी के ग्लेमर से कोई लाभ नहीं ले  पाए और अपने राहुल बाबा ने आते ही कलावती नाम की एक महत्वहीन महिला को इंटरनेशनल हस्ती बना दिया|इब भी तू इसे बच्चा कहेगा भगवाधारी?|

अपनी मायावी मौसी को देखो..अपने आपको दलित की बेटी कहती हैं और करोड़ों रुपिया तो ऐसे गायब कर देती हैं जैसे गधे के सर से सींग|भाजपा तो है ही मनुवादी…अमा हम कैसे मनुवादी हुए?हम तो मनुष्य हैं ही नहीं…हम तो आदमी भी नहीं भाई फिर भी चुनाव सुधार का कार्यक्रम तो चलाना ही है|वैसे भी अरस्तु जैसे महापुरुष ने भी एक साम्प्रदायिक बात तो बोल ही दी है…समाज से दूर रहने वाला या तो देवता होगा अथवा जानवर|इब देवता तो एक साम्प्रदायिक चीज हैं ना और जानवर चुनाव सुधार कर नहीं सकता फिर इसमें बीच का रास्ता क्या होगा?यह मैं पाठकों पर छोड़ता हूँ….

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